कारगिल युद्ध के दौरान इस्राइल ने निभाई थी भारत से दोस्ती, इन 7 तरीकों से की थी मदद

कारगिल युद्ध के दौरान इस्राइल ने निभाई थी भारत से दोस्ती, इन 7 तरीकों से की थी मदद

पीएम मोदी के इस दौरे में भी इस्राइल से आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर चर्चा होगी. दोनों देश आतंकवाद से लड़ने में एक दूसरे का सहयोग करने का भरोसा देंगे.

इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के साथ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों के लिए इस्राइल (Israel) दौरे पर गए हैं. पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस्राइल (PM Narendra Modi in Israel) के दौरे पर गए हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर भारत-इस्राइल (Indo-Israel) के रिश्तों को लेकर काफी बातें हो रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्राइल जाने से पहले बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री वहां के अपने दौरे को याद किया. ऐसे में 8 मई 1999 से लेकर 14 जुलाई 1999 तक चले कारगिल युद्ध (Kargil war) की भी बातें हो रही है. उस दौर के अखबारों की मानें तो कागरगिल युद्ध के दौरान भी इस्राइल ने भारत की मदद की थी. दरअसल, इस्राइल आतंकवाद के सख्त खिलाफ है, इसलिए वह आतंक के खिलाफ लड़ाई में हमेशा अपने तत्परता दिखाता रहा है. पीएम मोदी के इस दौरे में भी इस्राइल से आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर चर्चा होगी. दोनों देश आतंकवाद से लड़ने में एक दूसरे का सहयोग करने का भरोसा देंगे. आइए जानें कारगिल युद्ध के दौरान इस्राइल ने किस रूप में की थी भारत की मदद?

1. इस्राइल ने आतंकवादियों से निपटने के लिए काफी कुछ काम किया है. उसने फिलिस्तीनी हमलावरों से बचने के लिए अपनी सीमाएं सुरक्षित कर ली हैं. कारगिल युद्ध के दौरान इस्राइल ने भारतीय सेना से उन तकनीकों को साझा किया था, जिससे सीमाएं सुरक्षित की जा सके.

2. युद्ध के दौरान इस्राइल ने भारत के साथ पहले से तय हथियारों की सप्‍लाई करने वाले बेड़ों को रवाना करने में में तेजी लाने की व्‍यवस्‍था की थी.

3. इजराइल से मिले हेरॉन और सर्चर यूएवी की मदद से कारगिल की तस्वीरें ली गईं थीं, जिससे भारत को युद्ध में कामयाबी पाने में काफी मदद मिली थी. इन्हीं तस्वीरों की मदद से भारतीय फौज को ऊंचाई पर मौजूद दुश्‍मन के सामरिक ठिकानों पर पैनी नजर रखने में काफी सहायता मिली थी. हेरॉन और सर्चर यूएवी हाई एटीट्यूड पर स्‍थित स्‍थानों की तस्‍वीरे उपलब्‍ध कराने में सक्षम होते हैं. 

4. युद्ध के दौरान इजराइल ने भारत को मानवरहित विमान उपलब्‍ध कराए थे.

5. इस्राइल ने सैटेलाइट से ली गई उन तस्वीरों को भी भारत से साझा किया था, जिसमें दुश्मन के सैन्‍य ठिकाने दिख रहे थे.

6. कारगिल युद्ध में विजय में बोर्फोस तोप का बड़ा योगदान माना जाता है. इस तोप में इस्‍तेमाल होने वाला गोला बारूद इस्राइल ने भी भारत को दिए थे.

7. इजराइल ने भारतीय वायु सेना को मिराज 2000 एच युद्धक विमानों के लिए लेजर गाइडेड मिसाइल भी उपलब्‍ध कराए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को वैश्विक खतरा करार देते हुए कहा है कि इसके खिलाफ लड़ाई में नई दिल्ली तथा तेल अवीव 'अधिक घनिष्ठतापूर्वक सहयोग' कर सकते हैं. मोदी मंगलवार को इस्राइल दौरे पर रवाना होंगे. मोदी ने इस्राइली समाचार पत्र 'इस्राइल हायोम' से एक साक्षात्कार में कहा कि उनके तीन दिवसीय इस्राइल दौरे का अपना महत्व है और यह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा.

यह पूछे जाने पर कि क्या इस्राइल तथा भारत आतंकवाद के एक जैसे खतरे का सामना कर रहे हैं? मोदी ने कहा, "आतंकवाद एक वैश्विक खतरा है. इससे न तो भारत और न ही इस्राइल सुरक्षित है. हमारे बीच पूर्णतया समझौता है कि जो तत्व निर्दोष लोगों के खिलाफ हिंसा की साजिश रचते हैं, उन्हें फलने-फूलने की मंजूरी नहीं देनी चाहिए."
उन्होंने कहा, "सीमा पार आतंकवाद हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है. सीमा पार विभाजनकारी ताकतें हमारे देश की एकता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं. समस्या पैदा करने वाले ऐसे तत्व हमारे देश तथा क्षेत्रों में युवाओं को गुमराह करने के लिए मजहब को एक औजार की तरह इस्तेमाल करते हैं."
प्रधानमंत्री ने कहा, "आतंकवाद को किसी खास मजहब से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. भारत तथा इस्राइल आतंकवाद की बुराई से लड़ने के लिए पहले से अधिक सहयोग कर सकते हैं और एक-दूसरे के प्रयास का पूरक बन सकते हैं."

 

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