नई दिल्ली : हिजबुल मुजाहिदीन के निष्कासित कमांडर जाकिर राशिद भट या जाकिर मूसा ने एक चार मिनट की ऑडियो क्लिप जारी कर इस्लामिक जिहाद का हिस्सा नहीं बनने के लिए भारतीय मुसलमानों को कोसा है. जाकिर मूसा की नजर में भारत के मुसलमान दुनिया के सबसे बेशर्म लोग हैं. मूसा ने सोमवार को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की है. ऑडियो में मूसा ने 'गजवा-ए-हिंद' के लिए जिहाद में शामिल नहीं होने पर भारतीय मुसलमानों की आलोचना की है.
मूसा ने टेलिग्राम और वॉट्सऐप ग्रुप पर अपनी ऑडियो क्लिप शेयर की है
मीडिया सूत्रों के मुताबिक मूसा ने टेलिग्राम और वॉट्सऐप ग्रुप पर अपनी ऑडियो क्लिप शेयर की है. ऑडियो में वह कहता है कि उसकी लड़ाई सिर्फ कश्मीर तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह इस्लाम और काफिरों के बीच लड़ाई है. भारतीय मुसलमानों को भड़काने के लिए उसने देश में मुस्लिमों के साथ घटित होने वाली घटनाओं का सहारा लिया है. उसने ऑडियो क्लिप में बिजनोर जाने वाली चलती ट्रेन में एक मुस्लिम महिला के साथ पुलिस कॉन्स्टेबल द्वारा रेप, कथित गोरक्षकों द्वारा मुस्लिमों को पीट-पीट कर मारे जाने का हवाला दिया है. उसने भारतीय मुस्लिमों को पीड़ितों के पक्ष में खड़े न होने के लिए बुरा-भला कहा है. ऑडियो में वह रेप पीड़िता को संबोधित करते हुए कहता है, 'बहन, मैं शर्मिंदा हूं और बहुत दुखी हूं कि हम तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर सके.'
भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ उगला जहर
भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगलते हुए मूसा कहता है, 'वे लोग दुनिया के सबसे बेशर्म मुस्लिम हैं। उनको खुद को मुस्लिम कहने में शर्म आनी चाहिए. हमारी बहनों को बेइज्जत किया जा रहा है और भारतीय मुस्लिम चीख-चीखकर कह रहे हैं कि इस्लाम शांतिप्रिय धर्म है.'
भारतीय मुसलमानों के खिलाफ टिप्पणी करते हुए उसने अपने ऑडियो क्लिप में कहा, 'ये दुनिया के सबसे रीढ़विहीन मुसलमान हैं. उनको खुद को मुसलमान कहने पर शर्म आनी चाहिए. हमारी बहनों के साथ बदसलूकी हो रही है और ये मुस्लिम चिल्ला रहे हैं-इस्लाम शांति का प्रतीक है.' उसने यह भी कहा, ''ये (भारतीय मुसलमान) सबसे 'बेगैरत कौम' है जो अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकती. हमारे पैगंबर और उनके अनुयायियों ने क्या यही हमको सिखाया है? उन्होंने अपनी बहनों की रक्षा के लिए युद्ध में अपना खून बहाया है और कुर्बानियां दी हैं.' उसने अपने समर्थकों से जिहाद का हिस्सा बनने के लिए उसको ज्वाइन करने की भी अपील की. गौरतलब है कि कुछ समय पहले कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के सिर कलम करने की धमकी देने के बाद मूसा को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से निकाल दिया गया था.