GST: आज दुल्हन की तरह सजेगी संसद

GST: आजाद भारत में 3 बार हुआ है मिडनाइट सेशन, आज दुल्हन की तरह सजेगी संसदयह समारोह रात 11 बजे शुरू होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण होगा. ठीक 12 बजे घंटी बजने के साथ ही GST लागू हो जाएगा. इसके लिए संसद को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है.

 

दुल्हन की तरह सजेगी संसद

 

 

 

खास बातें

  1. रात 12 बजे जीएसटी का लॉन्च
  2. संसद को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा
  3. इससे पहले तीन बार हुआ मिडनाइट सेशन

नई दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी आज रात (शुक्रवार) संसद का विशेष सत्र बुलाकर लॉन्च किया जाएगा. आजाद भारत के इतिहास में यह चौथा मौका होगा जब संसद के सेंट्रल हॉल में मिडनाइट सेशन लगेगा. यह समारोह रात 11 बजे शुरू होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण होगा. ठीक 12 बजे घंटी बजने के साथ ही GST लागू हो जाएगा. इसके लिए संसद को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. इससे पहले 1997 में आजादी की स्वर्ण जयंती के मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था. यह कार्यक्रम 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि की याद दिलाने वाला होगा, जब भारत अपने भविष्य की राह पर आगे निकला था.

इससे पहले तीन बार आधी रात को सेंट्रल हॉल में संसद चली है?

  1. 14 अगस्त 1947 में सेंट्रल हॉल को कॉन्स्टिट्यूशन हॉल कहा जाता था. देश को आजादी मिलने जा रही थी. आधी रात को विशेष सत्र बुलाया गया. पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद आए और सबसे पहले वंदे मातरम गाया गया. इसके बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री (जवाहर लाल नेहरू) ने स्पीच दी.

  2. 14 अगस्त 1972 को आजादी मिलने के 25 साल पूरे होने के मौके पर भी संसद का आधी रात्रि को सत्र बुलाया गया. तब वीवी गिरी राष्ट्रपति थे. इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं. 

  3. 14 अगस्त 1997 को आजादी की 50वीं सालगिरह के मौके पर आधी रात को विशेष सत्र बुलाया गया. उस समय इंद्र कुमार गुजराल पीएम थे और केआर नारायणन राष्ट्रपति थे.


संसद के केन्द्रीय कक्ष में 30 जून की मध्यरात्रि सितारों से जगमगाती रात होगी. इसमें मेगास्टार अमिताभ बच्चन से लेकर उद्योग जगत की जानी-मानी हस्ती रतन टाटा और स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर उपस्थिति होंगी. इसके अलावा और भी कई जानी मानी हस्तियां इस अवसर पर केन्द्रीय कक्ष की शोभा बढ़ा रही होंगी जब आजादी के बाद के सबसे बड़े कर सुधार माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की शुरुआत की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने कहा कि वह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरुआत के लिए 30 जून को संसद में निर्धारित मध्यरात्रि सत्र में हिस्सा नहीं लेगी. इससे ज्यादा से ज्यादा विपक्षी दल कांग्रेस का अनुसरण करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी और वाम दलों ने जहां सरकार द्वारा घोषित विशेष समारोह में हिस्सा ना लेने की घोषणा की, जदयू ने कहा कि वह यह फैसला अपने सांसदों पर छोड़ती है. कांग्रेस ने सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक की जमकर आलोचना करते हुए इसे चर्चाएं हासिल करने के लिए 'स्वप्रचार का बड़ा तमाशा' बताया.

 

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